नैमिषारण्य के संबंध में आपका शोधपूर्ण आलेख अच्छा लगा. इसके दोनों भाग पढ़ लिए. मुझे लगता है आप मिथिहास से इतिहास तक की यात्रा कराकर धार्मिक पर्यटन का आनंद प्रदान करना चाहती हैं. बहरहाल इसकी अगली कड़ी का इंतजार है.
बहुत बढ़िया और महत्वपूर्ण जानकारी मिली! आपने बहुत सुन्दरता से विस्तारित रूप से प्रस्तुत किया है! धन्यवाद! मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है- http://seawave-babli.blogspot.com/ http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
पौराणिक कथाओं की जानकारी दे कर आप बड़ा उपकार रही हैं .इन कथाओँ को पढ़ कर उन मान्यताओं पर प्रकाश पड़ता है जिनसे आज भी हम किसी न किसी रूप में जुड़े हुये हैं. आभार आपका !
रमादान (रमजान ,रमझान )मुबारक ,क्रष्ण जन्म मुबारक .इस पौराणिक आख्यान को आपने जिस शोधपरक शैली में प्रस्तुत किया है वह बहुत ज्यादा पठनीय और अनुपम बन पड़ा है .....लेकिन इस दौर को क्या कहिएगा -अरे दधिची झूंठा होगा ,जिसने कर दीं दान अस्थियाँ ,जब से तुमने वज्र सम्भाला ,मरने वाला संभल गया है .(सन्दर्भ :आपातकाल ).और अब रामदेव जी के बाद अन्ना जी ...... .... जय अन्ना ,जय भारत . . रविवार, २१ अगस्त २०११ गाली गुफ्तार में सिद्धस्त तोते ....... http://veerubhai1947.blogspot.com/2011/08/blog-post_7845.html
Saturday, August 20, 2011 प्रधान मंत्री जी कह रहें हैं ..... http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/ गर्भावस्था और धुम्रपान! (Smoking in pregnancy linked to serious birth defects) http://sb.samwaad.com/
रविवार, २१ अगस्त २०११ सरकारी "हाथ "डिसपोज़ेबिल दस्ताना ".
नैमिषारण्य के संबंध में आपका शोधपूर्ण आलेख अच्छा लगा. इसके दोनों भाग पढ़ लिए. मुझे लगता है आप मिथिहास से इतिहास तक की यात्रा कराकर धार्मिक पर्यटन का आनंद प्रदान करना चाहती हैं. बहरहाल इसकी अगली कड़ी का इंतजार है.
ReplyDeleteशोधपूर्ण आलेख के लिए आभार॥
ReplyDeleteमहर्षि दधिच के बारे में हमारी अपूर्ण जानकारी को पूर्णता तक पहुँचवाने के लिये धन्यवाद आपको.
ReplyDeleteअद्भुत जानकारी मिली ... इतना सब कुछ नहीं पता था ..आभार
ReplyDeleteकमाल के विषय और जानकारी लाती हैं आप ...
ReplyDeleteशुभकामनायें आपको !
अच्छा लगा, धन्यवाद!
ReplyDeleteदेवेंद्र गौतम जी,
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद!
आप जैसे प्रबुद्ध लेखक की राय मेरे लिए महत्वपूर्ण है।
चंद्रमौलेश्वर प्रसाद जी,
ReplyDeleteआपने रुचिपूर्वक मेरे लेख को पढ़ा...आभारी हूं.
सुशील बाकलीवाल जी,
ReplyDeleteआभारी हूं कि आपने मेरे लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ा और अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराया.
संगीता स्वरुप जी,
ReplyDeleteआपकी महत्वपूर्ण टिप्पणी के लिए आभारी हूं आपकी।
मेरे लेख को पसन्द करने के लिए हार्दिक धन्यवाद!
सतीश सक्सेना जी,
ReplyDeleteआपको लेख पसंद आया यह जानकर प्रसन्नता हुई.
आपकी सुधी टिप्पणी के लिए आभारी हार्दिक धन्यवाद एवं आभार ..
अनुराग शर्मा जी,
ReplyDeleteमेरे लेख को पसन्द करने और बहुमूल्य टिप्पणी देने के लिए हार्दिक धन्यवाद!
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
विश्लेषण और प्रस्तुतीकरण ठीक है।
ReplyDeleteविजय माथुर जी,
ReplyDeleteआपकी सुधी टिप्पणी के लिए आभारी हार्दिक धन्यवाद एवं आभार ....
बहुत बढ़िया और महत्वपूर्ण जानकारी मिली! आपने बहुत सुन्दरता से विस्तारित रूप से प्रस्तुत किया है! धन्यवाद!
ReplyDeleteमेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://seawave-babli.blogspot.com/
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
ये मुझे पता नहीं था...
ReplyDeleteधन्यवाद...
राजेश
अद्भुत जानकारी देती पोस्ट। इस विषय पर जानकारे न के बराबर थी। आभार आपका कि आपने इसे विस्तार से समझाया।
ReplyDeleteउर्मि जी,
ReplyDeleteमेरे लेख को पसन्द करने के लिए हार्दिक धन्यवाद!
राजेश कुमार नचिकेता जी,
ReplyDeleteमेरे लेख को पसन्द करने और बहुमूल्य टिप्पणी देने के लिए हार्दिक धन्यवाद!
मनोज कुमार जी,
ReplyDeleteआभारी हूं कि आपने मेरे लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ा और अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराया.
सुन्दर जानकारी, धन्यवाद!
ReplyDeleteपौराणिक कथाओं की जानकारी दे कर आप बड़ा उपकार रही हैं .इन कथाओँ को पढ़ कर उन मान्यताओं पर प्रकाश पड़ता है जिनसे आज भी हम किसी न किसी रूप में जुड़े हुये हैं.
ReplyDeleteआभार आपका !
शोधपूर्ण आलेख.
ReplyDeleteआभार .
रमादान (रमजान ,रमझान )मुबारक ,क्रष्ण जन्म मुबारक .इस पौराणिक आख्यान को आपने जिस शोधपरक शैली में प्रस्तुत किया है वह बहुत ज्यादा पठनीय और अनुपम बन पड़ा है .....लेकिन इस दौर को क्या कहिएगा -अरे दधिची झूंठा होगा ,जिसने कर दीं दान अस्थियाँ ,जब से तुमने वज्र सम्भाला ,मरने वाला संभल गया है .(सन्दर्भ :आपातकाल ).और अब रामदेव जी के बाद अन्ना जी ......
ReplyDelete....
जय अन्ना ,जय भारत . . रविवार, २१ अगस्त २०११
गाली गुफ्तार में सिद्धस्त तोते .......
http://veerubhai1947.blogspot.com/2011/08/blog-post_7845.html
Saturday, August 20, 2011
प्रधान मंत्री जी कह रहें हैं .....
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/
गर्भावस्था और धुम्रपान! (Smoking in pregnancy linked to serious birth defects)
http://sb.samwaad.com/
रविवार, २१ अगस्त २०११
सरकारी "हाथ "डिसपोज़ेबिल दस्ताना ".
http://veerubhai1947.blogspot.com/
कल 24/08/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
ReplyDeleteधन्यवाद!
अनुराग शर्मा जी,
ReplyDeleteमेरे लेख को पसन्द करने के लिए हार्दिक धन्यवाद!
प्रतिभा सक्सेना जी,
ReplyDeleteआपकी सुधी टिप्पणी के लिए आभारी हार्दिक धन्यवाद एवं आभार ....
कुंवर कुसुमेश जी,
ReplyDeleteआभारी हूं कि आपने मेरे लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ा और अपने अमूल्य विचार से अवगत कराया.
वीरूभाई जी,
ReplyDeleteआभारी हूं कि आपने मेरे लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ा और अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराया.
यशवन्त माथुर जी,
ReplyDeleteयह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि आपने मेरे इस लेख का चयन नयी- पुरानी हलचल हेतु किया है .
आपको बहुत बहुत धन्यवाद !