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Wednesday, August 10, 2011

नैमिषारण्य की प्राचीनता और महत्व




- डॉ. शरद सिंह





























































































नैमिषारण्य का पवित्र चक्र तीर्थ


51 comments:

  1. आज के लेख में बिल्कुल नयी जानकारी मिली ... बहुत ज्ञानवर्द्धक लेख .. आभार

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  2. संगीता स्वरुप जी,
    हार्दिक आभार...मेरे लेख को पसन्द करने और अपने विचारों से अवगत कराने के लिए.

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  3. संगीता स्वरुप जी,
    नयी पुरानी हल चल में मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए बहुत-बहुत आभार...

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  4. नैमिशारण्य का नाम तो सत्यनारायण कथा और अन्य धार्मिक ग्रंथों में सुनते आ रहे थे। आज आपने हमें उसके दर्शन करा कर धन्य कर दिया॥

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  5. नवीनतम जानकारी ...आभार आपका !

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  6. बहुत बढ़िया जानकारी दी है आपने...
    सादर आभार...

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  7. धार्मिक और ऐतिहासिक दोनो के ही परिपेक्ष्य मे उत्तम जानकारी यह तो निश्चित ही है कि इस भूमी मे हिंदू धर्मा क उत्थान हुआ था

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  8. मेरे लिए तो यह जानकारी बिल्कुल नई थी। अगली कड़ी का इंतज़ार है।

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  9. बहुत ही खोज पूर्ण एवं तथ्यात्मक बात कही है आपने | इसके लिए आपका बहुत धन्यवाद |
    मेरा आपसे निवेदन है कि 16 अगस्त से आप एक हफ्ता देश के नाम करें, अन्ना के आमरण अनशन के शुरू होने के साथ ही आप भी अनशन करें, सड़कों पर उतरें। अपने घर के सामने बैठ जाइए या फिर किसी चौराहे या पार्क में तिरंगा लेकर भ्रष्टाचार के खिलाफ नारे लगाइए। इस बार चूके तो फिर पता नहीं कि यह मौका दोबारा कब आए

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  10. बहुत अच्छी जानकारी!

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  11. नई जानकारी देती अच्छी पोस्ट बधाई
    आशा

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  12. नैमिषारण्य तीर्थ की जानकारी के लिये धन्यवाद। अगली कडी का इंतज़ार रहेगा।

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  13. चौरासी हज़ार ऋषियों के विषय में सुना था ,इन कथाओं से जानकारी बढ़ी ,अब अगली कड़ी का इन्तज़ार है !

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  14. चंद्रमौलेश्वर प्रसाद जी,
    लेख को पसन्द करने के लिए आभार...

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  15. सतीश सक्सेना जी,
    अपने विचारों से अवगत कराने के लिए अनुगृहीत हूं...

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  16. एस एम हबीब जी,
    हार्दिक आभार...मेरे लेख को पसन्द करने के लिए.

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  17. अरुणेश सी दवे,
    आपका मानना सही है...
    अपने विचारों से अवगत कराने के लिए अनुगृहीत हूं...

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  18. मनोज कुमार जी,
    हार्दिक आभार...मेरे लेख को पसन्द करने और अपने विचारों से अवगत कराने के लिए.

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  19. मदन शर्मा जी,
    हार्दिक आभार...मेरे लेख को पसन्द करने के लिए.
    अनशन के संबंध में आपका आग्रह अनुकरणीय है.

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  20. वाणी गीत जी,
    लेख को पसन्द करने के लिए आभार...

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  21. आशा जी,
    आपके विचारों ने उत्साह बढ़ाया...हार्दिक आभार....

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  22. अनुराग शर्मा जी,
    हार्दिक आभार...मेरे लेख को पसन्द करने के लिए. आपकी रुचि उत्साहित करती है.

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  23. प्रतिभा सक्सेना जी,
    मेरे लेख को रुचि लेकर पढ़ने और उत्साहवर्ध्दक टिप्पणी हेतु हार्दिक आभार...

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  24. जानकारी से भरपूर आलेख.... पसंद आया.

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  25. प्रतुल वशिष्ठ जी,
    हार्दिक आभार...मेरे लेख को पसन्द करने के लिए.

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  26. वाह! आनंद आ गया आपका सुन्दर लेख पढकर.
    बहुत अच्छी जानकारियाँ मिली आपके इस लेख से.
    बहुत बहुत आभार जी.

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  27. राकेश कुमार जी,
    मेरे लेख को रुचि लेकर पढ़ने और अपने विचारों से अवगत कराने के लिए हार्दिक आभार...

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  28. शरद जी ,नैमिष -आरण्य के उद्गम और नामकरण ,रावण -वध के बाद भगवान् राम का पाप बोध से मुक्ति के लिए स्नान ,भारतीय परम्परा और आस्था के मूल स्रोत पे ले जा के छोड़ता है .बहुत खूब और स्मृति में संजोने ने लायल आलेख .आभार और बधाई .
    बुधवार, १० अगस्त २०११
    कृपया यहाँ भी हस्तक्षेप करें -
    Thursday, August 11, 2011
    Music soothes anxiety, pain in cancer "पेशेंट्स "
    .http://veerubhai1947.blogspot.com/

    http://sb.samwaad.com/
    ऑटिज्‍म और वातावरणीय प्रभाव। Environment plays a larger role in autism.
    Posted by veerubhai on Wednesday, August 10
    Labels: -वीरेंद्र शर्मा(वीरुभाई), Otizm, आटिज्‍म, स्वास्थ्य चेतना

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  29. आपने तो बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी उपलब्ध करवाई…………आभार

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  30. हमारे घर से यह स्थान मात्र 80 K .M.है। पौराणिक आधार पर आपका वर्णन ठीक है। किन्तु पुराणों मे अर्थ का अनर्थ कर दिया गया है। अनुसंधान द्वारा अनर्थ व्याख्या से बचते हुये वास्तविक रूप मे नैमिषारण्य के महत्व को समझने की आवश्यकता है।

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  31. बहुत बढ़िया जानकारी दी है आपने

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  32. आज का आगरा ,भारतीय नारी,हिंदी ब्लॉगर्स फ़ोरम इंटरनेशनल , ब्लॉग की ख़बरें, और एक्टिवे लाइफ ब्लॉग की तरफ से रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं

    सवाई सिंह राजपुरोहित आगरा
    आप सब ब्लॉगर भाई बहनों को रक्षाबंधन की हार्दिक बधाई / शुभकामनाएं

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  33. वीरूभाई जी,
    आपने मेरे लेख को पसन्द किया आभारी हूं। कृपया इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।

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  34. वन्दना जी,
    मेरे लेख को पसन्द करने और बहुमूल्य टिप्पणी देने के लिए हार्दिक धन्यवाद!

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  35. विजय माथुर जी,
    मेरे लेख पर अपने विचार प्रकट करने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद।

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  36. सवाई सिंह राजपुरोहित जी,
    आपने मेरे लेख को पसन्द किया आभारी हूं। कृपया इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।

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  37. सवाई सिंह राजपुरोहित जी,
    आपको भी रक्षाबंधन पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएं.

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  38. स्वाधीनता दिवस की हार्दिक मंगलकामनाएं।

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  39. बहुत सुन्दर, महत्वपूर्ण एवं ज्ञानवर्धक लेख!
    आपको एवं आपके परिवार को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें!
    मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
    http://seawave-babli.blogspot.com/
    http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/

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  40. बहुत बढिया जानकारी.
    आज़ादी की सालगिरह मुबारक़ हो.

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  41. विजय माथुर जी,
    आपको भी स्वाधीनता दिवस की हार्दिक मंगलकामनाएं।

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  42. बबली जी,
    मेरे लेख को पसन्द करने के लिए हार्दिक आभार !

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  43. वन्दना अवस्थी दुबे जी,
    जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरा लेख पसन्द आया....
    आपको भी स्वाधीनता दिवस की हार्दिक मंगलकामनाएं।

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  44. आपकी ये कथाएँ मेरे लिये तो नवीन रहीं मैने पहले पढी नही थीं । अक्सर पुराण कथाएँ एकदा नैमिषारण्ये से शुरु होती हैं । इस अरण्य की कथा जानकर अच्छा लगा ।

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  45. आशा जोगळेकर जी,
    मेरे लेख को पसन्द करने और बहुमूल्य टिप्पणी देने के लिए हार्दिक धन्यवाद!

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  46. आपके बहु आयामी व्यक्तित्व ने बहुत प्रभावित किया. और पहली बार में ही हम आपके ब्लॉग को फ़ॉलो कर रहे हैं. I am sure I will learn a lot from your vast knowledge..

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  47. नमस्कार....
    बहुत ही सुन्दर लेख है आपकी बधाई स्वीकार करें
    मैं आपके ब्लाग का फालोवर हूँ क्या आपको नहीं लगता की आपको भी मेरे ब्लाग में आकर अपनी सदस्यता का समावेश करना चाहिए मुझे बहुत प्रसन्नता होगी जब आप मेरे ब्लाग पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएँगे तो आपकी आगमन की आशा में पलकें बिछाए........
    आपका ब्लागर मित्र
    नीलकमल वैष्णव "अनिश"

    इस लिंक के द्वारा आप मेरे ब्लाग तक पहुँच सकते हैं धन्यवाद्

    1- MITRA-MADHUR: ज्ञान की कुंजी ......

    2- BINDAAS_BAATEN: रक्तदान ...... नीलकमल वैष्णव

    3- http://neelkamal5545.blogspot.com

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  48. राहुल पालीवाल जी,
    मेरे लेख को पसन्द करने के लिए हार्दिक आभार !
    मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है ...

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  49. नीलकमल वैष्णव जी,
    मेरे लेख को पसन्द करने और बहुमूल्य टिप्पणी देने के लिए हार्दिक धन्यवाद!

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  50. नयी जानकारी

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